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मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने पर बवाल: भाजपा विधायक के खिलाफ केस दर्ज

जयपुर, 26 अप्रैल 2025: राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार देर रात एक मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। यह घटना जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर हुई, जहां हवा महल विधानसभा क्षेत्र...

जयपुर जामा मस्जिद के बाहर पोस्टर विवाद पर प्रदर्शन करते लोग, भारी पुलिस बल तैनात

जयपुर, 26 अप्रैल 2025: राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार देर रात एक मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। यह घटना जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर हुई, जहां हवा महल विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य पर आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मस्जिद के बाहर “पाकिस्तान मुर्दाबाद” और “आतंकवाद मुर्दाबाद” जैसे पोस्टर लगाए। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया, और स्थानीय लोगों ने विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। देर रात तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।

क्या है पूरा मामला?
यह विवाद पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 28 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले ने देश भर में आक्रोश पैदा कर दिया था, और कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। इसी कड़ी में जयपुर में भी लोग सड़कों पर उतरे। बालमुकुंद आचार्य ने अपने समर्थकों के साथ पहलगाम हमले के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। प्रदर्शन खत्म होने के बाद वे जौहरी बाजार की जामा मस्जिद के बाहर पहुंचे और वहां पोस्टर लगा दिए। पोस्टर लगाने के बाद विधायक और उनके समर्थकों ने “जय श्री राम” के नारे भी लगाए।

यह घटना स्थानीय मुस्लिम समुदाय को नागवार गुजरी। रात में सैकड़ों लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए और विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने विधायक पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने और माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया। देर रात तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और मामला दर्ज करने का आश्वासन दिया। इसके बाद विधायक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) और 153A (समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने) के तहत FIR दर्ज की गई।

लोगों का आक्रोश और पुलिस की कार्रवाई
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि विधायक का यह कदम जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश थी। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “पहलगाम हमले का दुख हमें भी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसी समुदाय को टारगेट किया जाए। मस्जिद के बाहर इस तरह के पोस्टर लगाना और नारे लगाना गलत है।” दूसरी ओर, विधायक बालमुकुंद आचार्य ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है। यह देश का मुद्दा है, और हमें एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए।”

जयपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। DCP (नॉर्थ) अमित कुमार ने बताया कि स्थिति अब कंट्रोल में है और किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस प्रदर्शन में और कौन-कौन शामिल था और क्या यह पहले से सुनियोजित था।

पहलगाम हमले ने बढ़ाया तनाव
पहलगाम हमला, जिसमें आतंकियों ने धर्म पूछकर हत्याएं की थीं, देश भर में संवेदनशील मुद्दा बन गया है। इस हमले ने धार्मिक आधार पर तनाव को हवा दी है। जयपुर में मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाने की घटना को इसी तनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग विधायक के समर्थन में हैं, जबकि कई लोगों ने इसे सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करार दिया है।

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