आजकल हर घर में एलईडी बल्ब आम हो गए हैं। ये कम बिजली खर्च करते हैं और पुराने बल्बों की तुलना में ज्यादा रोशनी देते हैं। ये बल्ब बिजली बचाने और बिल कम करने का सबसे अच्छा तरीका हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एलईडी बल्ब कितनी बिजली खर्च करते हैं और इनका महीने का बिल कितना आता है? एलईडी बल्ब कितनी बिजली खर्च करता है?
एक 10 वॉट का नार्मल एलईडी बल्ब 0.01 यूनिट बिजली खर्च करता है। यानी अगर आप इसे 24 घंटे जलाते हैं, तो ये एक दिन में 0.24 यूनिट बिजली खर्च करेगा। अगर आप इसे रोजाना 10 घंटे जलाते हैं, तो महीने में 0.01 × 10 × 30 = 3 यूनिट बिजली खर्च होगी। इससे साफ है कि एलईडी बल्ब बहुत कम बिजली खर्च करते हैं।
बिजली बिल का हिसाब कैसे लगाएं?
अगर आप जानना चाहते हैं कि एलईडी बल्ब से महीने का खर्च कितना होगा, तो आपको अपने इलाके में बिजली की प्रति यूनिट कीमत पता करनी होगी। मान लीजिए, अगर आपके राज्य में बिजली 7 रुपये प्रति यूनिट है, तो: इस तरह लगाएं हिसाब
3 यूनिट × 7 रुपये = 21 रुपये प्रति महीना।
यानी, 10 वॉट का एलईडी बल्ब रोज 10 घंटे जलाने पर महीने में सिर्फ 21 रुपये का बिल आएगा। इससे साफ है कि एलईडी बल्ब बहुत किफायती हैं। बिजली की कीमत हर राज्य में अलग
भारत में हर राज्य में बिजली की कीमत अलग-अलग होती है। कहीं ये सस्ती है, तो कहीं थोड़ी महंगी। अपने सही बिल का हिसाब लगाने के लिए अपने बिजली बोर्ड की प्रति यूनिट कीमत पता करें। उसी से आप एलईडी बल्ब का सही खर्च निकाल सकते हैं।
भारत के राज्यों में बिजली की दरें
राज्य बिजली दर | रुपये | यूनिट |
आंध्र प्रदेश | 2.65 | 6.90 |
अरुणाचल प्रदेश | 4.00 | 5.50 |
असम | 4.95 | 7.95 |
बिहार | 6.10 | 8.05 |
छत्तीसगढ़ | 3.80 | 5.30 |
गोवा | 2.50 | 5.50 |
गुजरात | 3.95 | 5.25 |
हरियाणा | 2.50 | 7.50 |
हिमाचल प्रदेश | 3.50 | 5.75 |
झारखंड | 5.50 | 6.50 |
कर्नाटक | 4.10 | 7.80 |
केरल | 4.10 | 8.20 |
मध्य प्रदेश | 4.95 | 7.65 |
महाराष्ट्र | 5.88 | 17.81 |
मणिपुर | 4.90 | 6.80 |
मेघालय | 4.20 | 6.50 |
मिजोरम | 3.90 | 6.10 |
नगालैंड | 4.50 | 6.50 |
ओडिशा | 3.50 | 6.50 |
पंजाब | 4.85 | 7.75 |
राजस्थान | 6.29 | 7.95 |
सिक्किम | 2.50 | 4.50 |
तमिलनाडु | 4.40 | 8.25 |
तेलंगाना | 5.10 | 10.50 |
त्रिपुरा | 4.20 | 6.80 |
उत्तर प्रदेश | 5.50 | 7.10 |
उत्तराखंड | 3.95 | 6.45 |
पश्चिम बंगाल | 5.50 | 8.00 |
केंद्र शासित प्रदेशों में बिजली की दरें
केंद्र शासित प्रदेश | रुपये | यूनिट |
अंडमान और निकोबार | 4.00 | 8.50 |
चंडीगढ़ | 3.50 | 5.50 |
दादरा और नगर हवेली | 3.80 | 5.20 |
दमन और दीव | 3.80 | 5.20 |
दिल्ली | 4.12 | 11.00 |
जम्मू और कश्मीर | 3.50 | 6.50 |
लद्दाख | 4.00 | 6.50 |
लक्षद्वीप | 4.50 | 8.50 |
पुडुचेरी | 3.50 | 7.50 |
महत्वपूर्ण जानकारी
● स्लैब सिस्टम: ज्यादातर राज्यों में रेट्स कंजप्शन के आधार पर बदलती हैं।
उदाहरण: 0-100 यूनिट के कंजप्शन पर कम रेट,
500 यूनिट से ज्यादा कंजप्शन पर ज्यादा रेट।
● सब्सिडी: कई राज्यों में कम इनकम वाले परिवारों को सब्सिडी मिलती है।
जैसे, मध्य प्रदेश में 100 यूनिट तक 100 रुपये।
● मुफ्त बिजली: पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना 2025 में सोलर पैनल लगाने पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली देती है।
● सबसे सस्ती दरें: सिक्किम, छत्तीसगढ़, गोवा।
● सबसे महंगी दरें: महाराष्ट्र (8.80 रुपये तक), राजस्थान। सटीक जानकारी के लिए
● अपने राज्य के बिजली बोर्ड की वेबसाइट (जैसे JVVNL UPPCL, MSEDCL) पर टैरिफ ऑर्डर देखें।
● स्थानीय बिजली कार्यालय या टोल-फ्री नंबर से संपर्क करें।
● बिजली बिल ऐप्स का उपयोग करें।
एलईडी बल्ब क्यों बेहतर हैं?
एलईडी बल्ब कम बिजली खर्च करते हैं और इनकी उम्र भी लंबी होती है। एक नॉर्मल एलईडी बल्ब 15,000 से 25,000 घंटे तक चलता है। ये जल्दी गर्म भी नहीं होते, जिससे घर ठंडा रहता है और एसी या कूलर का खर्च भी कम होता है। साथ ही, ये एनवायरनमेंट के लिए सुरक्षित हैं क्योंकि इनमें हानिकारक केमिकल नहीं होते। और बिजली बचाने के आसान तरीके
● छोटे कमरों में कम वॉट के एलईडी बल्ब लगाएं।
● जरूरत न हो तो बल्ब और बिजली के सामान बंद रखें।
● अच्छी कंपनी के एलईडी बल्ब खरीदें।
● दिन में खिड़कियों से नेचुरल उजाले का इस्तेमाल करें।
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