ग्रिंडर ऐप अलर्ट: इंटरनेट और मोबाइल ऐप्स की दुनिया ने जिंदगी को आसान बनाया है, लेकिन इसके साथ ही अपराध के नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। ग्रिंडर (Grindr) एक ऐसा डेटिंग ऐप है, जो एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी के लिए बनाया गया है, लेकिन अब यह यूपी से तमिलनाडु तक अपराधियों का अड्डा बन गया है। इस ऐप के जरिए लोग ब्लैकमेलिंग, लूट, और ड्रग तस्करी जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। ग्रेटर नोएडा और चेन्नई में हाल की घटनाओं ने पुलिस और लोगों को सतर्क कर दिया है। आइए, जानते हैं ग्रिंडर ऐप क्या है, इसके जरिए होने वाले अपराध, और इनसे बचने के उपाय।
ग्रिंडर ऐप क्या है?
ग्रिंडर एक लोकेशन-बेस्ड डेटिंग ऐप है, जो मुख्य रूप से एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर) के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह दावा करता है कि यह इस कम्युनिटी का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्किंग ऐप है। गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर पर अवेलेबल यह ऐप भारत में भी कई लोग इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब यह अपराधियों के लिए एक हथियार बन गया है, जिसके जरिए लोग लूटपाट, ब्लैकमेलिंग, और ड्रग तस्करी कर रहे हैं।
यूपी में ग्रिंडर के जरिए ब्लैकमेलिंग
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में हाल ही में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया, जो ग्रिंडर ऐप के जरिए लोगों को फंसाकर पैसे वसूल रहे थे। थाना दादरी पुलिस ने 19 मई 2025 को जय राघव, दक्ष, भूपेंद्र, और हनी को पकड़ा। ये लोग ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर पुरुषों से दोस्ती करते थे, उन्हें मिलने के लिए बुलाते थे, और फिर हथियारों से डराकर या अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करते थे। एक मामले में पीड़ित से 8.21 लाख रुपये ऐंठे गए। पुलिस ने इनके पास से अवैध हथियार और मोबाइल फोन बरामद किए।
पिछले कुछ सालों में नोएडा और गाजियाबाद में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। फरवरी 2025 में गाजियाबाद पुलिस ने रिंकू, अजय, और शुभम को गिरफ्तार किया, जिन्होंने एक व्यक्ति से 1.40 लाख रुपये वसूले। ये लोग ग्रिंडर पर चैट कर लोगों को किराए के फ्लैट में बुलाते थे, फिर अश्लील वीडियो बनाकर पैसे मांगते थे।
तमिलनाडु में लूट और ड्रग तस्करी
तमिलनाडु के चेन्नई में भी ग्रिंडर से जुड़े अपराधों ने हड़कंप मचा दिया है। मई 2025 में एक कपड़ा कारोबारी को ग्रिंडर के जरिए लूटा गया। उसने ऐप पर एक व्यक्ति से दोस्ती की और उसे MKB नगर स्थित अपने घर बुलाया। लेकिन वह व्यक्ति दो अन्य लोगों—एक पुरुष और एक 17 साल की लड़की—के साथ आया। इन लोगों ने कारोबारी को चाकू दिखाकर बांधा, बाथरूम में बंद किया, और 30 तोला सोना व 2.5 किलो चांदी लूटकर फरार हो गए। ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने तीन अपराधियों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया। पुलिस कमिश्नर ए. अरुण ने लोगों को ग्रिंडर के दुरुपयोग के प्रति चेतावनी दी।
चेन्नई पुलिस ने अप्रैल 2025 में ड्रग तस्करी के लिए ग्रिंडर के इस्तेमाल की शिकायत की थी। एंटी-नारकोटिक्स इंटेलिजेंस यूनिट ने पाया कि ऐप पर मेथमफेटामाइन (क्रिस्टल मेथ) की तस्करी हो रही थी। अगस्त 2024 से अब तक 20 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, जिनमें 21.9 किलो मेथ जब्त हुई। पुलिस ने केंद्र सरकार से ग्रिंडर पर बैन लगाने की मांग की है।
कैसे काम करते हैं अपराधी?
ग्रिंडर पर अपराधी फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से चैट शुरू करते हैं। वे सेक्सुअल मुलाकात या दोस्ती का लालच देकर पीड़ितों को सुनसान जगहों या किराए के फ्लैट में बुलाते हैं। फिर:
- हथियार दिखाकर डराते हैं।
- अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करते हैं।
- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए पैसे वसूलते हैं।
- कुछ मामले में ड्रग्स बेचने के लिए ऐप का इस्तेमाल करते हैं।
खुद को सुरक्षित रखने के उपाय
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और पुलिस की सलाह है कि ग्रिंडर जैसे डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल सावधानी से करें:
- प्रोफाइल वेरिफाई करें: चैट करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि व्यक्ति फर्जी नहीं है। उसकी प्रोफाइल पर दी गई जानकारी क्रॉस-चेक करें।
- घर पर न बुलाएं: अनजान लोगों को अपने घर या प्राइवेट जगह पर न बुलाएं।
- पर्सनल जानकारी शेयर न करें: बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, या प्राइवेट तस्वीरें न भेजें।
- पब्लिक जगह पर मिलें: पहली मुलाकात के लिए भीड़-भाड़ वाली जगह चुनें।
- शिकायत करें: अगर आपके साथ धोखा होता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें। डरें या शर्मिंदगी महसूस न करें।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य
यूपी और तमिलनाडु पुलिस ने ग्रिंडर से जुड़े अपराधों पर सख्ती शुरू कर दी है। चेन्नई पुलिस ने मद्रास हाई कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार से ऐप पर बैन की मांग की है, क्योंकि यह अवैध गतिविधियों का जरिया बन रहा है। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने भी हाल के मामलों में त्वरित कार्रवाई की है, लेकिन अपराधी नए तरीके ढूंढ रहे हैं।
अंत में
ग्रिंडर ऐप ने डेटिंग की दुनिया को जोड़ने का दावा किया, लेकिन यह अब अपराधियों के लिए हथियार बन गया है। यूपी और तमिलनाडु में हुई घटनाएं सतर्क रहने की चेतावनी हैं। ऑनलाइन दोस्ती से पहले सावधानी बरतें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। क्या आप डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करते समय सावधानी रखते हैं? अपनी राय और टिप्स कमेंट में शेयर करें!