फोन EMI : आजकल स्मार्टफोन खरीदना बहुत आसान हो गया है, खासकर EMI (Equated Monthly Installment) की सुविधा के साथ। चाहे 20,000 रुपये का फोन हो या 1 लाख का, कुछ पैसे देकर आप उसे घर ला सकते हैं। लेकिन अगर आप EMI का भुगतान समय पर नहीं करते, तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं। क्रेडिट स्कोर खराब होने से लेकर कानूनी कार्रवाई तक, परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए समझते हैं कि फोन की EMI न चुकाने के क्या-क्या परिणाम हो सकते हैं और इससे बचने के लिए क्या करें।
EMI न चुकाने के 5 बड़े नुकसान
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क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर
EMI न चुकाने का सबसे बड़ा नुकसान आपके क्रेडिट स्कोर (CIBIL स्कोर) पर पड़ता है। बैंक या फाइनेंस कंपनी (जैसे Bajaj Finance) आपके भुगतान की जानकारी क्रेडिट ब्यूरो (CIBIL, Experian) को भेजती है। अगर आप EMI मिस करते हैं, तो आपका स्कोर गिर सकता है। कम क्रेडिट स्कोर से फ्यूचर में होम लोन, कार लोन, या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो जाता है। बैंक आपको जोखिम भरा मानकर लोन देने से मना कर सकते हैं।
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अतिरिक्त ब्याज और पेनल्टी
EMI मिस करने पर बैंक या NBFC (Non-Banking Financial Company) लेट पेमेंट फीस और अतिरिक्त ब्याज वसूलते हैं। मान लीजिए, आपका Samsung Galaxy S25 की EMI 2,500 रुपये प्रति माह है, और आप इसे मिस करते हैं। इस पर 500-1,000 रुपये की पेनल्टी और ब्याज लग सकता है। इससे फोन की कुल लागत बढ़ जाती है, और आपको उम्मीद से ज्यादा खर्च करना पड़ता है।
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फोन की जब्ती या लॉक
कई EMI स्कीम्स में फोन को कोलैटरल (सुरक्षा) के तौर पर रखा जाता है। अगर आप लगातार 2-3 EMI मिस करते हैं, तो फाइनेंस कंपनी या रिटेलर (जैसे Flipkart, Amazon) आपके फोन को जब्त कर सकता है। कुछ मामलों में, रिटेलर आपके फोन को रिमोटली लॉक कर सकते हैं, जिससे डिवाइस पूरी तरह बेकार हो जाता है।
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कानूनी कार्रवाई का खतरा
अगर आप बार-बार EMI नहीं चुकाते, तो फाइनेंस कंपनी कानूनी कदम उठा सकती है। वे रिकवरी एजेंट्स भेज सकते हैं, जो आपके घर आकर पैसे वसूलने की कोशिश करेंगे। गंभीर मामलों में कंपनी कोर्ट में केस दायर कर सकती है, जिससे आपकी आर्थिक और मानसिक परेशानी बढ़ सकती है।
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फ्यूचर में EMI लेना मुश्किल
EMI मिस करने की हिस्ट्री आपके क्रेडिट प्रोफाइल को खराब करती है। फ्यूचर में कोई भी बैंक, NBFC, या रिटेलर (जैसे Croma, Reliance Digital) आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करेगा। अगर आप डिफॉल्टर हैं, तो आपको नया फोन, टीवी, या कोई और प्रोडक्ट EMI पर लेने में दिक्कत होगी।
EMI से बचने के लिए 5 जरूरी टिप्स
- बजट का हिसाब करें: EMI लेने से पहले अपनी मंथली इनकम और खर्चों को देखें। सुनिश्चित करें कि EMI चुकाने के बाद आपके पास जरूरी खर्चों के लिए पैसे बचें।
- ऑटो-डेबिट चुनें: बैंक खाते से EMI अपने आप कटने की सुविधा शुरू करें। इससे भूलने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।
- समय पर संपर्क करें: अगर EMI चुकाने में दिक्कत हो, तो तुरंत बैंक या फाइनेंस कंपनी से बात करें। वे रिस्ट्रक्चरिंग, ग्रेस पीरियड, या EMI कम करने का ऑप्शन दे सकते हैं।
- क्रेडिट स्कोर चेक करें: EMI लेने से पहले और बाद में समय-समय पर अपना CIBIL स्कोर चेक करें। इससे आप अपनी क्रेडिट हेल्थ पर नजर रख सकेंगे।
- छोटी EMI चुनें: ज्यादा महंगा फोन लेने की बजाय अपने बजट में फिट होने वाला फोन चुनें, ताकि EMI चुकाना आसान हो।
EMI स्कीम्स का सच
कई रिटेलर्स और NBFC Zero Down Payment या Low EMI का लुभावना ऑफर देते हैं, लेकिन इनके पीछे छिपी शर्तें पढ़ना जरूरी है। उदाहरण के लिए, Motorola Razr 60 की EMI 2,000 रुपये प्रति माह दिख सकती है, लेकिन ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस, और पेनल्टी को मिलाकर कुल लागत बढ़ सकती है। फाइनेंस कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट में लिखा होता है कि डिफॉल्ट करने पर वे डिवाइस जब्त कर सकते हैं। Flipkart और Amazon जैसे प्लेटफॉर्म्स EMI डिफॉल्ट होने पर डिवाइस को रिमोटली लॉक करने की टेक्नीक भी यूज करते हैं।
अंत में
स्मार्टफोन की EMI खरीदारी को आसान बनाती है, लेकिन इसे जिम्मेदारी से यूज करना जरूरी है। EMI न चुकाने से क्रेडिट स्कोर खराब, पेनल्टी, फोन जब्ती, और कानूनी परेशानी जैसी मुश्किलें हो सकती हैं। अगर आप नया फोन EMI पर लेने की सोच रहे हैं, तो पहले अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग करें। ऑटो-डेबिट, बजट EMI, और समय पर भुगतान से आप परेशानियों से बच सकते हैं। स्मार्टफोन खरीदें, लेकिन स्मार्ट तरीके से!