मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की जान चली गई। इस हमले ने घाटी में खुशियां मनाने गए कई परिवारों को मातम में डुबो दिया, और उनकी हंसी-खुशी चीख-पुकार में बदल गई। ऐसा ही एक परिवार उत्तर प्रदेश के कानपुर का है।
इसी साल फरवरी में हुई थी शुभम की शादी
इस आतंकी हमले में कानपुर के 31 वर्षीय व्यवसायी शुभम द्विवेदी की भी मौत हो गई। शुभम की शादी इसी साल 12 फरवरी को हुई थी, और वह अपनी पत्नी के साथ कश्मीर घूमने गए थे। उनकी पत्नी आशान्या के सामने ही उनकी हत्या कर दी गई।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शुभम एक सीमेंट ट्रेडिंग कंपनी चलाते थे। वह 16 अप्रैल को अपनी पत्नी और परिवार के नौ अन्य सदस्यों के साथ जम्मू-कश्मीर में एक हफ्ते की छुट्टियां मनाने गए थे। परिवार में उनके माता-पिता, बहन, बहनोई और बहन के ससुराल वाले शामिल थे। पहलगाम पहुंचने से पहले उन्होंने सोनमर्ग और गुलमर्ग की सैर की थी।
सबको हरा दूंगा” कहने वाला शुभम जिंदगी हार गया
सोशल मीडिया पर शुभम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने परिजनों के साथ होटल के कमरे में ताश खेलते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो हमले से एक दिन पहले का है, जब वह होटल में ताश खेल रहे थे। वीडियो में वह कह रहे हैं, “मैं सबको हरा दूंगा।” उस वक्त शायद किसी ने नहीं सोचा था कि वह जिंदगी से हार जाएंगे।
सबको हरा दूंगा…ये कहने वाला शुभम द्विवेदी जिंदगी से हार गया। पहलगाम में आतंकियों ने शुभम के सिर में गोली मारी। ये वीडियो हमले से एक दिन पहले होटल की है, जब वो ताश खेल रहे थे। शुभम यूपी में कानपुर के रहने वाले थे। pic.twitter.com/N4DvThLf4B
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) April 23, 2025
रिपोर्ट के अनुसार, शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि मंगलवार दोपहर नवविवाहित जोड़े ने पहलगाम में घुड़सवारी करने का फैसला किया, जबकि बाकी परिवार होटल के पास ही रुका था। इसी दौरान दो-तीन आतंकियों ने शुभम और उनकी पत्नी को घेर लिया। हमलावरों ने उनकी पहचान पूछी और फिर शुभम के सिर में गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने ही मनोज को फोन पर इस दुखद घटना की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि परिवार शुभम का शव कानपुर लाने के लिए दिल्ली रवाना हो गया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) श्रवण कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है और इस मुश्किल समय में उनकी मदद के लिए जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
अपनी सरकार को बताओ कि हमने तुम्हारे पति के साथ क्या किया।
शुभम के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में बताया कि आतंकियों ने पहले शुभम से ‘कलमा’ पढ़ने को कहा। जब वह ऐसा नहीं कर पाए, तो उनके सिर में गोली मार दी गई। सौरभ ने आगे कहा कि शुभम की हत्या के बाद एक टेररिस्ट ने उनकी पत्नी से कहा, “अपनी सरकार को जाकर बताओ कि हमने तुम्हारे पति के साथ क्या किया।”