जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस घटना से जुड़ा एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें आतंकबादी अंधाधुंध फायिरंग करते दिख रहे हैं। जबकि, पर्यटक अपनी जान बचाने के लिए यहां-वहां भाग रहे हैं। हालांकि, इस वीडियो की अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।
पहलगाम आतंकी हमले में एक विदेशी नागरिक सहित 28 पर्यटकों की मौत हुई है। वायरल वीडियो के मुताबिक, आतंकी पर्यटकों पर बेखौफ होकर गोलियां चला रहे हैं। काउंटर अटैक करने वाला वहां कोई नहीं है। बैसारन घाटी में इस दौरान काफी लोग दिख रहे हैं, लेकिन गोलियां चलते ही चीख पुकार और भगदड़ की स्थित मच जाती है। वीडियो में बच्चे और महिलााएं भी दौड़ लगाती देखी जा सकती हैं।
धर्म पूछकर पर्यटकों की हत्या
पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए सूरत के शैलेष भाई कलथिया की पत्नी शीतल बेन ने बतया, आतंकवादियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों की हत्या की है। हमले के वक्त बैसारन घाटी में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। मैं मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन प्राथमिक उपचार तक नहीं मिला। आधे घंटे बाद वहां सुरक्षा जवान पहुंचे हैं।
पिता की मौत, मां को लेकर भागे
पहलगाम हमले में पिता को खोने वाले 20 वर्षीय हर्षल लेले ने बताया, दोपहर में हम लोगों ने लंच ही किया था कि अचानक गोलीबारी शुरू हो गई। हमले में गोली लगने से पिता की मौत हो गई। इस दौरान मैंने मां के बारे सोचा। वह लकवा पीड़ित हैं, इसलिए चलने में दिक्कत होती है। भाई ध्रुव जोशी के साथ उन्हें उठाकर भागे। ऊबड़ खाबड़ रास्ते में फिसल कर गिरे, चोटें भी आईं, लेकिन हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था।